June 14, 2025

“डिनर पर जाइए, बात करिए”: सुप्रीम कोर्ट की तलाकशुदा कपल को दिल छू लेने वाली सलाह

“डिनर पर जाइए, बात करिए”: सुप्रीम कोर्ट की तलाकशुदा कपल को दिल छू लेने वाली सलाह

नई दिल्ली, 26 मई 2025 — भारत के सुप्रीम कोर्ट ने एक तलाकशुदा कपल को ऐसी सलाह दी है, जो न केवल कानून से जुड़ी है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं से भी भरी हुई है। कोर्ट ने दोनों से आग्रह किया कि वे अपने तीन साल के बेटे के भविष्य को ध्यान में रखते हुए आपसी मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश करें।

बेंच की भावुक अपील थी:

आज रात डिनर पर मिलिए, कॉफी पर बहुत कुछ बात बन सकती है।


⚖️ मामला क्या था?

यह मामला जस्टिस बी. वी. नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की दो सदस्यीय बेंच के सामने आया था, जिसमें एक फैशन उद्यमी पत्नी ने अपने तीन वर्षीय बेटे को विदेश यात्रा पर ले जाने की अनुमति मांगी थी। कपल के बीच तलाक का मामला पहले से ही लंबित है, और बेटे की कस्टडी को लेकर भी कोर्ट में कानूनी लड़ाई चल रही है।


👪 “बच्चे पर असर मत पड़ने दें” — कोर्ट की अपील

कोर्ट ने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि कपल के मतभेदों का असर सीधा बच्चे पर पड़ता है, जो एक मानवता का मसला है। कोर्ट ने यह भी कहा कि,

“तीन साल के बच्चे के बीच अहंकार की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।”


“कॉफी पर बहुत कुछ बात बन सकती है” – कोर्ट की पहल

सुप्रीम कोर्ट ने कपल को कोर्ट परिसर के बाहर एक शांत और निजी स्थान पर मिलने का सुझाव दिया। कोर्ट ने कैंटीन की गुणवत्ता पर हल्के-फुल्के अंदाज में टिप्पणी करते हुए कहा:

“हमारी कैंटीन इसके लिए इतनी अच्छी नहीं हो सकती, लेकिन हम आपको एक और ड्रॉइंग रूम मुहैया करा देंगे।”


🌱 अतीत को पीछे छोड़ें, भविष्य की सोचें

कोर्ट ने दोनों पक्षों से आग्रह किया कि वे अतीत की कड़वी यादों को “कड़वी गोली” की तरह निगल लें और अपने बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक साथ विचार करें।

“छोटे प्रयास भी सकारात्मक परिणाम दे सकते हैं।”

सुनवाई को एक दिन के लिए स्थगित करते हुए कोर्ट ने दोनों पक्षों को आपस में संवाद करने और मंगलवार को पुनः पेश होने का निर्देश दिया है।


💬 मानवता का संदेश – कानून से परे सोच

इस फैसले ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत का सर्वोच्च न्यायालय केवल न्यायिक आदेश नहीं देता, बल्कि समाज को दिशा दिखाने वाली संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण भी रखता है। एक छोटी सी बातचीत, एक कप कॉफी या एक डिनर — ये रिश्तों को फिर से जोड़ने की नींव बन सकते हैं।

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