June 14, 2025

MaasterG ने दिया पर्यावरण और आत्मा का संदेश | विश्व पर्यावरण दिवस 2025,

📍 नई दिल्ली | 🗓️ 5 जून 2025

भारतीय पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संस्थान, नई दिल्ली ने 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। संयोगवश, यह संस्थान का 46वाँ स्थापना दिवस भी था। इस वर्ष कार्यक्रम का विषय था – “प्लास्टिक प्रदूषण को हराओ”, जो वर्तमान समय में वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र पर सबसे गहरा प्रभाव डालने वाले मुद्दों में से एक है।

🔷 मुख्य अतिथि और अध्यक्षता

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता तेलंगाना के राज्यपाल श्री जिष्णु देव वर्मा और दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति, वन एवं पर्यावरण, उद्योग मंत्री श्री सरदार मंजींदर सिंह सिरसा ने की।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि के रूप में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु मास्टरजी उपस्थित थे, जिनकी जीवनदृष्टि, आत्म-जागरूकता और आंतरिक कल्याण पर आधारित विचारों ने सभी प्रतिभागियों को गहराई से प्रभावित किया।

🌱 मास्टरजी का संदेश: “ब्रह्मांड भी हमारा घर है”

मास्टरजी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा:

“हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि पूरा ब्रह्मांड भी हमारा ही विस्तार है। जैसे हमारा शरीर पाँच तत्वों से बना है, वैसे ही यह धरती भी उन्हीं तत्वों से बनी है। जब हम इसे अपने घर जैसा मानते हैं, तो हमारे भीतर एक गहरी चेतना जागती है जो पर्यावरण और आत्मा — दोनों को पोषित करती है।”

🧘‍♂️ मिशन 800 करोड़ और ‘हैप्पीनेस गारंटीड’

मास्टरजी को वर्ष 2007 में आत्मज्ञान प्राप्त हुआ और वे पिछले 17 वर्षों से लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निःस्वार्थ रूप से समर्पित हैं। उनके निःशुल्क “वाणी” व्याख्यान आज जनजागरण का माध्यम बन चुके हैं।

उनका विज़न है – ‘मिशन 800 करोड़’, जिसके अंतर्गत वे अपने व्यवहारिक और आध्यात्मिक ज्ञान को हर व्यक्ति तक पहुँचाना चाहते हैं। उनका मूल मंत्र है:

“रोज़ एक वाणी सुनो, सारे दुःखों से मुक्ति पाओ।”


📢 यह आयोजन न केवल पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने का माध्यम था, बल्कि आत्मिक संतुलन और वैश्विक दृष्टिकोण को भी उजागर करता है।

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