June 15, 2025

नोएडा के सेक्टर 26 स्थित डॉ. मंजरी डायग्नोस्टिक सेंटर पर रिपोर्टिंग में गड़बड़ी के गंभीर आरोप

स्थानीय परिवार ने पथरी की गलत रिपोर्ट का लगाया आरोप, प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल

नोएडा के सेक्टर 26 स्थित डॉ. मंजरी डायग्नोस्टिक सेंटर पर मरीजों के जांच परिणामों में गंभीर विसंगतियों के आरोप लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, यहां जारी की गई रिपोर्ट्स अन्य डायग्नोस्टिक केंद्रों के नतीजों से पूरी तरह अलग बताई जा रही हैं। एक चौंकाने वाले मामले में, सेक्टर-19 के एक परिवार ने पेट में पथरी की झूठी रिपोर्ट जारी करने का आरोप लगाया है।

झूठी रिपोर्ट का मामला
परिवार के सदस्यों ने बताया कि डॉ. मंजरी सेंटर में हुई जांच में पथरी की पुष्टि हुई, लेकिन दूसरे केंद्रों में दोबारा टेस्ट कराने पर कोई समस्या नहीं मिली। परिजनों ने कहा, “यहां की रिपोर्ट्स में इतना अंतर क्यों है? क्या यह जानबूझकर मरीजों को डरा कर पैसा ऐंठने की साजिश है?”

लिंग जांच के भी आरोप
सूत्रों का दावा है कि यह केंद्र गर्भस्थ शिशु के लिंग निर्धारण जैसे अवैध कार्यों में भी शामिल है। हालांकि, केंद्र की वेबसाइट और जस्टडायल रेटिंग्स (4.7/5) में ऐसे किसी सेवा का जिक्र नहीं है। केंद्र द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में सामान्य अल्ट्रासाउंड, रक्त परीक्षण और कार्डियोलॉजी जांच शामिल हैं।

प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रशासन इन गंभीर मामलों पर संज्ञान नहीं ले रहा। सेक्टर-19 के मामले के बाद भी नोएडा स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

केंद्र की प्रतिक्रिया
डॉ. मंजरी डायग्नोस्टिक सेंटर से अभी तक इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हालांकि, उनकी वेबसाइट पर “सटीक निदान और रोगी-केंद्रित देखभाल” को मिशन बताया गया है।

नैतिकता और कानूनी पहलू
भारतीय कानून के तहत गर्भ में लिंग जांच करना गैरकानूनी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में तुरंत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए और सेंटर का लाइसेंस रद्द किया जाना चाहिए।

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