MAAsterG – श्री विवेक जी मुनि महाराज जी द्वारा आमन्त्रित शिकोहपुर, हयातपुर गुरुग्राम (हरियाणा) की पुण्य धरा पर १५ जून २०२५, प्रातः १० बजे आचार्य श्री सुशील मुनि जी महाराज की – १०० वी जन्म शताब्दी वर्ष के शुभारंभ में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम में प्रातः 10 बजे से ही भक्तों और श्रद्धालुओं की उपस्थिति शुरू हो गई थी। पावन मंच पर श्री विवेक मुनि जी महाराज के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों से पधारे अनेक श्रद्धेय संतों ने अपनी उपस्थिति से आयोजन की गरिमा को बढ़ाया। इनमें प्रमुख रूप से —
गोस्वामी सुशील जी महाराज
श्री सिद्धेश्वर मुनि जी महाराज
श्री योगभूषण जी महाराज
महंत प्रशांत गिरी जी महाराज
श्री निष्काम शब्दानंद जी महात्मा
श्री परमजीत सिंह चंडोक
भी सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर उपस्थित सभी महानुभावों ने आचार्य श्री सुशील मुनि जी के विचारों — अहिंसा, समन्वय, विश्वधर्म, आंतरिक शुद्धि और आत्मबोध — को स्मरण करते हुए समाज में सह-अस्तित्व और जागरूकता फैलाने की अपील की।
कार्यक्रम में भजन, प्रवचन, ध्यान साधना और आचार्य श्री के जीवनदर्शन पर आधारित प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।
श्री विवेक मुनि जी महाराज ने अपने प्रेरणास्पद वक्तव्य में कहा,
“आचार्यश्री सुशील मुनि जी न केवल एक संत थे, बल्कि एक क्रांतिकारी चिंतक थे जिन्होंने अहिंसा को वैश्विक विमर्श में स्थापित किया। यह आयोजन उनकी विचार-क्रांति को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का संकल्प है।”
यह आयोजन न केवल एक श्रद्धांजलि था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे संतों का मार्गदर्शन समाज में आध्यात्मिक ऊर्जा और नैतिक मूल्य स्थापित कर सकता है।
कार्यक्रम में पावन सानिध्य – श्री विवेक मुनि जी महाराज, गोस्वामी सुशील जी महाराज , श्री सिद्धेश्वर मुनि जी महाराज, श्री योगभूषण जी महाराज, महंत प्रशांत गिरी जी महाराज, श्री निष्काम शब्दानंद जी महात्मा, श्री परमजीत सिंह चंडोक भी सम्मलित हुए।
More Stories
भूकंप, बारिश, रेस्क्यू और शेयर बाजार की तेजी – आज की बड़ी खबरें | 24 जून न्यूज़ अपडेट
हिमाचल में तबाही! चंबा में पहाड़ी दरकी, सड़क ठप
रेलवे का हाल बेहाल | TT बोले – ट्विटर पर लिखो, तभी मिलेगा जवाब