June 15, 2025

पाकिस्तान की बढ़ती बौखलाहट: सिंधु जल समझौता रोकने पर भारत पर बोला हमला

पाकिस्तान की बढ़ती बौखलाहट: सिंधु जल समझौता रोकने पर भारत पर बोला हमला

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल समझौता किया सस्पेंड

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता (Indus Water Treaty) को अस्थायी रूप से रोकने का बड़ा फैसला लिया। इस हमले के पीछे पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकवाद की आशंका जताई गई, जिसके बाद भारत ने सख्त रुख अपनाया।

पाकिस्तान का यूएन में बिलबिलाना

भारत के इस कदम के बाद से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहा है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की एक बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधि उस्मान जादून ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि:

“भारत का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानवाधिकारों का उल्लंघन है। इससे पाकिस्तान के 24 करोड़ लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है।”

उन्होंने अपील की कि भारत नदियों के जल प्रवाह को रोकने या मोड़ने जैसे कदम न उठाए, क्योंकि सिंधु नदी पाकिस्तान की जीवन रेखा है।

पानी को हथियार बताकर रोने लगा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने दुनिया भर से अपील की कि पानी को ‘हथियार’ की तरह इस्तेमाल करने से रोका जाए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से भी अनुरोध किया गया कि वह इस मुद्दे पर तत्काल संज्ञान ले और कदम उठाए।

गीदड़भभकी पर उतर आया पाकिस्तान

भारत के फैसले से बौखलाए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा:

“सिंधु हमारा है। या तो उसमें हमारा पानी बहेगा, या उनका खून।”

पीएम मोदी का कड़ा संदेश: “भारत का पानी भारत में ही बहेगा”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि:

“भारत का पानी भारत के लोगों का अधिकार है, और अब वह भारत में ही बहेगा।”

इसके बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया।

पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और भारत का मुँहतोड़ जवाब

7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिनका भारत ने प्रभावी जवाब दिया। इसके बाद 10 मई को सीजफायर समझौता हुआ, लेकिन भारत ने साफ किया कि सिंधु जल समझौते को फिर से बहाल करने की कोई योजना नहीं है।

भारत की शर्त: आतंकवाद बंद करो, तभी कोई बातचीत होगी

भारत सरकार का रुख स्पष्ट है—जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता, तब तक किसी भी मुद्दे पर वार्ता नहीं होगी, चाहे वह पानी हो या व्यापार।


निष्कर्ष:

भारत का सिंधु जल समझौता रोकने का निर्णय आतंकवाद के खिलाफ उसकी सख्त नीति का प्रतीक है। पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही आलोचना और बौखलाहट यह दर्शाती है कि भारत का यह कदम प्रभावी और दूरदर्शी है।

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