June 14, 2025

ऑपरेशन सिंदूर के बाद कैसी हैं कर्नल सोफिया कुरैशी? बहन शायना कुरैशी ने बताया पूरा हाल

ऑपरेशन सिंदूर के बाद कैसी हैं कर्नल सोफिया कुरैशी? बहन शायना कुरैशी ने बताया पूरा हाल

नई दिल्ली: हाल ही में भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता ने देशवासियों को गर्व से भर दिया है। इस ऑपरेशन का एक अहम चेहरा बनीं कर्नल सोफिया कुरैशी आज देशभर में प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं। हालांकि कर्नल सोफिया मीडिया से दूरी बनाए रखे हुए हैं, लेकिन उनकी बहन शायना कुरैशी ने एक मीडिया बातचीत में उनके जज़्बे और विचारों को साझा किया है।

“हमारा देश शांति पसंद करता है” – कर्नल सोफिया

शायना ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब उन्होंने अपनी बहन से बात की तो कर्नल सोफिया का कहना था, “हमारा देश शांति पसंद करता है।” उन्होंने आगे कहा कि सोफिया मीडिया से बात करने से बचती हैं क्योंकि सेना में कुछ विशेष प्रोटोकॉल होते हैं जिनका पालन करना ज़रूरी है।

“मुझे तुम पर गर्व है” – बहन का गर्व

शायना ने कहा, “मैंने अपनी बहन से कहा कि मुझे तुम पर गर्व है कि तुम ऑपरेशन सिंदूर का एक चेहरा हो। विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया इस मिशन की पहचान हैं। लेकिन हम अपने बीच की बातें कम ही साझा करते हैं।”

सेलिब्रिटी जैसी पहचान पर क्या कहती हैं कर्नल?

जब शायना से पूछा गया कि क्या कर्नल सोफिया खुद को अब एक सेलिब्रिटी की तरह महसूस करती हैं, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बहन को पब्लिसिटी नहीं चाहिए। “वो पूरी तरह प्रोटोकॉल फॉलो करती हैं। आर्मी अफसर वही होते हैं जो अनुशासन को सर्वोपरि रखते हैं।”

देशभक्ति जन्मजात है – शायना की यादें

शायना ने एक किस्सा भी साझा किया: “मेरी और मेरी बहन की आवाज़ एक जैसी है। एक बार किसी ने मुझे समझकर फोन पर उन्हें मैसेज दे दिया। इस पर कर्नल सोफिया ने उस व्यक्ति को डांट लगाई कि आवाज़ सेम होने का मतलब यह नहीं कि मैं वही हूं।”

सेना की विरासत वाली परिवार की बेटी

कुरैशी परिवार की देशभक्ति की कहानी भी कम नहीं। शायना बताती हैं कि उनके दादा, पिता और अब बहन – तीनों ही सेना में रहे हैं। उनके पिता 1971 की लड़ाई में भी शामिल थे। उन्होंने कहा, “हमारी परदादी की दादी झांसी की रानी की कहानियाँ सुनाया करती थीं। यह जज़्बा हमारे खून में है। अगर मुझे बॉर्डर पर भेज दिया जाए, तो देखना!”

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