June 17, 2025
शालीमार बाग

शालीमार बाग के अस्पताल में मेडिकल चमत्कार: पेट में फंसे चम्मच को बिना सर्जरी निकाला गया, मरीज स्वस्थ

शालीमार बाग के अस्पताल में मेडिकल चमत्कार: पेट में फंसे चम्मच को बिना सर्जरी निकाला गया, मरीज स्वस्थ

दिल्ली के शालीमार बाग स्थित एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में हाल ही में एक अत्यंत दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण चिकित्सा आपात स्थिति सामने आई। एक 30 वर्षीय युवक के पेट के ऊपरी भाग में 8 से.मी. लंबा धातु का चम्मच फंसा हुआ पाया गया, जिसे विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने बिना सर्जरी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी के माध्यम से सफलतापूर्वक निकाला।

मरीज को पहले सामान्य स्थिति में अस्पताल लाया गया था, लेकिन प्राथमिक जांच के बाद उन्हें इमरजेंसी विभाग में रेफर किया गया। पेट में असहजता की शिकायत के बाद उनका एक्स-रे और तत्काल डायग्नॉस्टिक इमेजिंग किया गया, जिससे यह पता चला कि उनकी आंत के ऊपरी हिस्से में एक चम्मच फंसा हुआ है।

डॉ. रमेश गर्ग, सीनियर डायरेक्टर और एचओडी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग ने अपनी टीम के साथ तुरंत निर्णय लेते हुए, मरीज को एनेस्थीसिया देकर आपातकालीन एंडोस्कोपी की। फोरसेप के माध्यम से चम्मच को निकाला गया — बिना किसी कट या आंतरिक चोट के। पूरी प्रक्रिया मात्र 30 मिनट में पूरी की गई, और इसके बाद मरीज को 24 घंटे तक गहन निगरानी में रखा गया।

डॉ. गर्ग के अनुसार, “इस तरह के मामलों में यदि समय पर कार्रवाई न की जाए तो यह जानलेवा हो सकता है। धातु की वस्तुएं पाचन तंत्र को क्षति पहुंचा सकती हैं। लेकिन हमारी टीम की तत्परता और सटीक योजना ने इसे सफल बना दिया।”

यह केस मेडिकल इमरजेंसी में मल्टीडिसीप्लीनरी कोऑर्डिनेशन और समयबद्ध हस्तक्षेप के महत्व को दर्शाता है। अगले ही दिन मरीज को स्थिर अवस्था में बिना किसी जटिलता के डिस्चार्ज कर दिया गया।

यह घटना न केवल चिकित्सा विशेषज्ञता की मिसाल है, बल्कि गंभीर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों में आधुनिक तकनीक और टीमवर्क की ताकत को भी रेखांकित करती है।

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